गुजरात पुलिस ने बोटाड जिले में पटरी पर लोहे की स्लैब रखकर यात्री ट्रेन में तोड़फोड़ करने की कोशिश करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने ट्रेन को पटरी से उतारकर या रोककर यात्रियों को लूटने की योजना बनाई थी।
यह घटना 25 सितंबर को सुबह करीब 3 बजे कुंडली गांव के पास हुई। लोहे के टुकड़े से टकराने के बाद ट्रेन पटरी से नहीं उतरी, जिससे संभावित दुर्घटना टल गई।
बोटाद के पुलिस अधीक्षक किशोर बलोलिया ने बताया, “बोटाद जिले के रानपुर पुलिस थाने की सीमा से गुजर रही ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन (19210) सुबह करीब तीन बजे सीमेंट स्लीपर के बगल में पटरी पर पड़े चार फुट लंबे पुराने रेल के टुकड़े से टकरा गई।”
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रेन पटरी के बीच में पड़े लोहे के टुकड़े से टकरा गई, जिसके कारण उसे कई घंटों तक वहीं रुकना पड़ा।’’
तोड़फोड़ की जांच
जांच में पता चला है कि रमेश और जयेश नामक दो आरोपियों ने ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद यात्रियों का सामान लूटने की साजिश रची थी। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
किशोर बलोलिया ने बताया, “चूंकि यह एक बहुत गंभीर अपराध है, इसलिए बोटाद जिला पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल, एटीएस और केंद्र की विभिन्न एजेंसियों ने जांच की। घटना के दो आरोपियों रमेश और जयेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने ट्रेन के पास के खेतों में पटरी से उतरने के बाद यात्रियों के पैसे और अन्य सामान लूटने की साजिश रची थी।”
उन्होंने रेलवे अधिकारियों को सूचना दी थी कि कुछ “शरारती तत्व” ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए एक ट्रैक से इलास्टिक क्लिप और दो फिशप्लेट हटाकर दूसरे ट्रैक पर लगा रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि उन्हें सम्मानित किया जा सके और उन्हें रात्रि ड्यूटी पर तैनात किया जा सके, जिससे वे दिन में अपने परिवार के साथ समय बिता सकें।